माता ब्रम्हाचरिणी आरती। Mata Brahamcharini Aarti PDF

प्रिय भक्तों इस लेख के माध्यम से हम आप सभी के लिए माता ब्रम्हाचरिणी आरती PDF/ Bharamcharini Mata Aarti PDF प्रस्तुत कर रहे हैं| नवरात्रि के दूसरे दिन माता ब्रम्हाचरिणी की पूजा पुरे विधि – विधान से की जाती हैं| इसी दिन ही लोगों ने परम ज्ञान, मन और आत्मा की सफल खोज करके माता ब्रम्हाचरिणी की पूजा की|

यदि आप सभी भक्तजन भी नवरात्रों के नौ दिनों के उपवास का पालन कर रहे हैं तो आप सभी को भी नौ दिनों के अनुसार माता रानी के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा करनी चाहिए

Mata Brahamcharini Aarti PDF/ माता ब्रम्हाचारिणी आरती PDF

|| ॐ श्री गणेशाय नमः ||

जय अम्बे ब्रह्माचारिणी माता।

जय चतुरान प्रिय सुख द्र।

ब्रह्मा जी के मन भाती हो।

ज्ञान को सभी को सिखलाती हो।

ब्रह्मा मंत्र है जाप बुध।

शब्द जपे सकल संसार।

जय गायत्री वेद की माता।

जो मन निस दिन परम ध्याता।

कोई कमी नहीं पाई।

कोई भी दुःख सहने न पाए।

उसकी विरति रहे ठिकाने।

जो तेरी महिमा को जाने।

रुद्राक्ष की माला ले कर।

जपे जो मंत्र श्रद्धा दे कर।

अलस छोड़ दें गुणगाना।

मां तुम उसे सुखना।

ब्रह्माचारिणी तेरो नाम।

फुल करो सब मेरे काम।

भक्तों के चरणों का पुजारी।

रखना लाज मेरी महतारी।

माता ब्रह्मचारिणी वैदिक मंत्र / Mata Brahmacharini Vedic Mantra

साधना कर पद्माभ्यामक्षमाला कमण्डलू।
देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा॥

सभी भक्तगण नीचे दिए गये बटन पर क्लिक कर के माता ब्रम्हाचरिणी आरती PDF/ Bharamcharini Mata Aarti PDF डाउनलोड कर सकते हैं

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